Thursday, 3 August 2017

ब्रेस्ट साइज़ कम करने के तरीके – स्तनों का आकार घटाने के घरेलू नुस्खे

बड़े स्तन एक महिला की सुंदरता में काफी वृद्धि करते हैं, परन्तु ज़रुरत से ज़्यादा बड़े स्तन ना सिर्फ उनकी परेशानी बढ़ाते हैं बल्कि कई बार उन्हें इसके लिए शर्मिन्दा भी होना पड़ता है। महिलाएं अपने स्तनों को हमेशा ही सुडौल तथा बेहतरीन बनाना चाहती हैं।

बड़े स्तनों (वक्षों) के मुख्य कारण वज़न का बढ़ना, मोटापा, हार्मोनल परिवर्तन (hormonal changes), स्तनों में दूध बनना (lactation), आनुवांशिकता (genetics) तथा नशीली दवाओं के साइड इफेक्ट्स (side effects) आदि हो सकते हैं। इनसे गले में दर्द, स्तनों का कैंसर (breast cancer),जोड़ों तथा पीठ में दर्द आदि स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। ब्रेस्ट का आकार कैसे कम करें? नीचे स्तनों का आकार कम करने के कुछ उपाय बताये जा रहे हैं।

ब्रेस्ट कम करने के लिए – ग्रीन टी (Reduce breast size in Hindi with green tea)

ग्रीन टी वज़न घटाने में काफी लाभदायक सिद्ध होती है और इसका प्रयोग स्तनों का आकार घटाने में भी किया जा सकता है। ग्रीन टी में कथेचिंस (cathechins) मौजूद होते हैं जो शरीर को कैलोरी (calorie) घटाने में मदद करके शरीर का वसा कम करते हैं और आपका वज़न भी घटाते हैं। यह स्तनों के आकार को भी छोटा करने में भी सहायक होता है। ग्रीन टी स्तनों के कैंसर के खतरे को भी काफी कम करती है। 1 चम्मच ग्रीन टी के पत्तों को एक कप गर्म पानी में मिलाएं। इसे कुछ मिनटों तक ढककर रखें। अब इस मिश्रण को छान लें तथा इसमें थोड़ा शहद मिलाएं। हर रोज़ कुछ महीनों तक 3 से 4 कप ग्रीन टी का सेवन करें।

छाती कम करने के उपाय अंडे का सफ़ेद भाग (Home remedies to breast reduction in Hindi with egg white)

 स्तन का आकार कम करने के लिए अंडे की सफेदी भी स्तनों का आकार कम करने में सहायक होती है। यह आपके स्तनों को सुडौल बनाती है तथा छाती के भाग में कसावट लाकर स्तनों (वक्ष) को छोटा प्रतीत करवाती है। एक अंडे के सफ़ेद भाग को फेंटकर महीन बना लें। इस पेस्ट (paste) को अपने स्तनों के नीचे लगाएं और इसे आधे घंटे के लिए छोड़ दें। अब एक गिलास में प्याज का रस मिश्रित करें। इस मिश्रण से अंडे की सफेदी लगी जगह को धो लें। इस प्रक्रिया का प्रयोग कुछ हफ़्तों के लिए हर रोज़ करें और कसे हुए छोटे स्तन पाएं।

छाती को कम करने के उपाय आहार में परिवर्तन (Desi ilaaj to reduce breast size in Hindi with diet changes)

ऐसे स्वस्थ और संतुलित आहार का चयन करें जिससे आपके शरीर का वज़न नियंत्रित रहे तथा वसा जमने ना पाए। इससे आपके स्तन भी प्राकृतिक रूप से छोटे हो जाएंगे। अपने आहार में जितने हो सकें ताज़े और जैविक फलों को शामिल करें। फल पानी से भरपूर होते हैं और इनमें एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) के गुण होते हैं, जिससे आपको वज़न घटाने और स्वस्थ बने रहने में सहायता मिलती है। केल, ब्रॉकली (kale, broccoli), पालक आदि हरी सब्ज़ियों का ज़्यादा से ज़्यादा सेवन करें। प्रोटीन (protein) प्राप्त करने के लिए मछली का सेवन करें। मछलियों में कैलोरी की मात्रा कम होती है जिससे वज़न घटाने में सहायता मिलती है। नट्स (nuts) का सेवन ज़्यादा करें क्योंकि ये शक्ति से भरपूर होते हैं और आपके वज़न को नियंत्रित करने में सहायता करते हैं। खाने में नमक, अस्वास्थ्यकर वसा तथा चीनी का प्रयोग कम करें। प्रोसेस्ड (processed), चर्बीयुक्त तथा ज़्यादा तली हुए भोजनों से दूर रहें। काफी मात्रा में पानी तथा फल और सब्ज़ियों के रस का सेवन करें। सॉफ्ट ड्रिंक्स (soft drinks) तथा अन्य पेय पदार्थ, जिनमें आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (artificial sweeteners) शामिल हों, से परहेज़ करें।

ब्रेस्ट कम करने के उपाय ब्रेस्ट मसाज से (Massage se breast kam karne ke tips in hindi)

मसाज वज़न घटाने का एक सदियों पुराना तरीका है और इससे आपके स्तनों का आकार भी काफी कम हो जाएगा। स्तनों पर मसाज करते समय दोनों स्तनों (वक्ष) को बराबर समय दें। स्तनों पर गर्म जैतून का तेल (olive oil) या नारियल का तेल लगाएं। इस प्रक्रिया के लिए अपने बीच की ऊँगली और अनामिका (ring finger) का इस्तेमाल करें। अपने स्तनों पर गोलाकार तथा ऊपर हाथ चलाने की मुद्रा में करीब 10 मिनट तक मालिश करें। इस प्रक्रिया का पालन कम से कम 3 महीने तक हर रोज़ दो बार करें। इससे स्तनों के आकार में अवश्य कमी आएगी।

ब्रेस्ट कम करने के लिए नीम और हल्दी (Neem and turmeric se breast ka aakar kam)

 नीम और हल्दी स्तनपान के दौरान स्तनों में हुई जलन और सूजन दूर करने में काफी कारगर साबित होते हैं। इन पदार्थों में जलनरोधी गुण होते हैं। इनके प्रयोग से आपके स्तनों का आकार अपने आप ही कम हो जाएगा। 4 कप पानी में 10 मिनट तक मुट्ठीभर नीम की पत्तियों को उबालें और फिर इन्हें छान लें। इन्हें अच्छे से मिलाएं तथा इसमें 2 चम्मच हल्दी और थोड़ा सा शहद डालें। इस पानी को कुछ महीनों तक रोजाना पियें।

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